मंच तैयार था, जुटने लगे थे लोग

Public News Ranchi
अचानक पहुंची पुलिस और रद्द हो गयी आदिवासियों की महारैली, जानिये क्या है पूरा मामला

जय आदिवासी युवा शक्ति ( जयस ) की ओर से आज रांची के हरमू मैदान में आदिवासी अस्तित्व बचाओ महारैली का आयोजन किया जाना था। आयोजन की पूरी तैयारी भी कर ली गयी थी। मंच तैयार था, वक्ताओं और रैली में शामिल होने के लिए दूर दराज से लोगो का आना भी शुरू हो गया था।
मगर अचानक रैली स्थल में पुलिस दल बल के साथ एक नोटिस लेकर पहुंची जिसके बाद सब सकते में आ गए। एक ऐसा नोटिस जिसमे आयोजन को रद्द करने का फरमान था। जिला प्रशासन का वो फरमान जिसकी आज से पहले आयोजकों को कोई सूचना नहीं दी गयी। पुलिस ने रैली स्थल पर पहुँच रहे लोगो को वापस लौट जाने का आदेश दिया। मंच और साज सजावट को उतरवा दिया गया। पंडाल खोलवा दिया गया। आयोजकों को कार्यक्रम रद्द करने का फरमान दे दिया गया। पूरी घटना को आदिवासी नेताओ ने साजिश करार दिया है। संजय पाहन ने कहा कि यह कैसे हो सकता है। 23 मार्च को प्रशासन ने अनुमति पत्र सौंपा था। अगर कार्यक्रम रद्द किया गया था तो उसकी जानकारी 24 को ही देनी चाहिए थी। जानकारी मिल जाने से लोगों को सूचना देकर कार्यक्रम स्थगित किया जा सकता था।
पाहन ने कहा कि पूरे आयोजन में मैदान बुकिंग से लेकर अन्य व्यवस्था में 2 लाख रुपए से अधिक का खर्च आया है। रांची सहित दूसरे जिले से लोग पहुंच गए। यह पूरी तरह गलत है। पाहन ने कहा कि यह आदिवासियों के विरूद्ध गहरी साजिश है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
अचानक आये नोटिस में क्या लिखा था
23 मार्च को दी गयी अनुमति, लिखा " अनुमंडल कार्यालय, सदर रांची द्वारा 23 मार्च को आदिवासी समाज के जन मुद्दों पर चर्चा के लिए आम सभा कार्यक्रम करने की तय सामान्य शर्तों के साथ अनुमति प्रदान की गई। " आज थमाया गया आदेश, " अंचल पदाधिकारी अरगोड़ा, थाना प्रभारी अरगोड़ा के संयुक्त प्रतिवेदन के अवलोकन के बाद ऐसा प्रतीत होता है कि इससे शांति व्यवस्था एवं विधि-व्यवस्था भंग होने की प्रबल संभावना है। आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन का भी मामला बन सकता है। इस कारण निर्गत आदेश रद्द किया जाता है।अनुमंडल कार्यालय, सदर रांची
No comments:
Post a Comment